आप लिखते कमाल हैं साहिब।
मुक्तक
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
आप पढ़ते धमाल हैं साहिब।
आप जैसा नहीं मिला दूजा,
आप तो बेमिसाल हैं साहिब।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी
मुक्तक
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
आप पढ़ते धमाल हैं साहिब।
आप जैसा नहीं मिला दूजा,
आप तो बेमिसाल हैं साहिब।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी