Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2024 · 1 min read

आप रखिए ख़्याल बस अपना,

आप रखिए ख़्याल बस अपना,
आप से ज़िंदगी हमारी है ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 46 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
अमित
My friends.
My friends.
Priya princess panwar
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
नमी आंखे....
नमी आंखे....
Naushaba Suriya
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
सपनों में खो जाते अक्सर
सपनों में खो जाते अक्सर
Dr Archana Gupta
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
*वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)*
*वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
bharat gehlot
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
बेहद मुख्तसर सी
बेहद मुख्तसर सी
हिमांशु Kulshrestha
सबसे ख़तरनाक होता हैं सपनो का मर जाना।।🏐
सबसे ख़तरनाक होता हैं सपनो का मर जाना।।🏐
पूर्वार्थ
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
Rashmi Sanjay
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
Bundeli doha-fadali
Bundeli doha-fadali
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
सृजन
सृजन
Rekha Drolia
कलम दवात
कलम दवात
Sudhir srivastava
हमारे रिश्ते को बेनाम रहने दो,
हमारे रिश्ते को बेनाम रहने दो,
Jyoti Roshni
दोहा पंचक. . . . वक्त
दोहा पंचक. . . . वक्त
sushil sarna
ये तेरे इश्क का ही फितूर है।
ये तेरे इश्क का ही फितूर है।
Rj Anand Prajapati
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विधा - गीत
विधा - गीत
Harminder Kaur
गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी...
गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी...
आर.एस. 'प्रीतम'
हे प्रभु!
हे प्रभु!
Mukesh Kumar Rishi Verma
ललित
ललित
ललकार भारद्वाज
वरिष्ठ जन
वरिष्ठ जन
डॉ. शिव लहरी
Loading...