Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

आप कैसा कमाल करते हो

आप कैसा कमाल
करते हो।
बे’वजह का बवाल
करते हो ।।
जवाब देना जिसे
नहीं आता।
आप उससे सवाल
करते हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
14 Likes · 142 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

মা কালীকে নিয়ে লেখা গান
মা কালীকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
Aisha mohan
हम ने माना अभी अंधेरा है ।
हम ने माना अभी अंधेरा है ।
Dr fauzia Naseem shad
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
Shweta Soni
ज़माने से खफा एक इंसान
ज़माने से खफा एक इंसान
ओनिका सेतिया 'अनु '
عيشُ عشرت کے مکاں
عيشُ عشرت کے مکاں
अरशद रसूल बदायूंनी
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
मया के खजाना
मया के खजाना
डिजेन्द्र कुर्रे
मां से ही तो सीखा है।
मां से ही तो सीखा है।
SATPAL CHAUHAN
..
..
*प्रणय*
2486.पूर्णिका
2486.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
छोटी - छोटी खुशियों को हम
छोटी - छोटी खुशियों को हम
Meera Thakur
अबकि सावनमे , चले घरक ओर
अबकि सावनमे , चले घरक ओर
श्रीहर्ष आचार्य
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
" आपने "
Dr. Kishan tandon kranti
*चिंता और चिता*
*चिंता और चिता*
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल (हुआ असर उनसे रू ब रू का)
ग़ज़ल (हुआ असर उनसे रू ब रू का)
डॉक्टर रागिनी
कब किसी बात का अर्थ कोई,
कब किसी बात का अर्थ कोई,
Ajit Kumar "Karn"
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Manisha Manjari
दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर
दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
आने वाले वक्त का,
आने वाले वक्त का,
sushil sarna
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
Just in case no one has told you this today, I’m so proud of
Just in case no one has told you this today, I’m so proud of
पूर्वार्थ
मलाल
मलाल
अनिल "आदर्श"
जिंदगी
जिंदगी
Dr.Priya Soni Khare
माँ -एक अहसास
माँ -एक अहसास
शशि कांत श्रीवास्तव
प्रकृति का दर्द– गहरी संवेदना।
प्रकृति का दर्द– गहरी संवेदना।
Abhishek Soni
Loading...