Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2024 · 1 min read

आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्

आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्रियाओं से आपका नकाब उतर जाता है @परिमल

22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर।
आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर।
Suryakant Dwivedi
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
★ IPS KAMAL THAKUR ★
2696.*पूर्णिका*
2696.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मौत का डर
मौत का डर
अनिल "आदर्श"
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
जनक छन्द के भेद
जनक छन्द के भेद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी
Surinder blackpen
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
Rituraj shivem verma
जिंदगी हवाई जहाज
जिंदगी हवाई जहाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🥰🥰🥰
🥰🥰🥰
शेखर सिंह
नवम्बर की सर्दी
नवम्बर की सर्दी
Dr fauzia Naseem shad
"मनभावन मधुमास"
Ekta chitrangini
मूक संवेदना
मूक संवेदना
Buddha Prakash
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
Rj Anand Prajapati
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
दिल का हाल
दिल का हाल
पूर्वार्थ
मुझे ना पसंद है*
मुझे ना पसंद है*
Madhu Shah
रहस्य-दर्शन
रहस्य-दर्शन
Mahender Singh
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
क्यों
क्यों
Neeraj Agarwal
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
Stuti tiwari
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
सत्य कुमार प्रेमी
नारी बिन नर अधूरा🙏
नारी बिन नर अधूरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मर्द
मर्द
Shubham Anand Manmeet
जीने की राह
जीने की राह
Madhavi Srivastava
दगा और बफा़
दगा और बफा़
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
Loading...