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19 May 2022 · 1 min read

आपके पास गर आपकी प्रीत है।

मुक्तक

212…..212…..212…..212
आपके पास गर आपकी प्रीत है।
जिंदगी आपकी जश्न है जीत है।
आपका दिल कहीं भी लगेगा नहीं,
आपसे दूर प्यारा सा मन मीत है।

……..✍️ प्रेमी

Language: Hindi
106 Views
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