आपके जाने के बाद
सोचता हूँ आपके साथ बिताए वो दिन लौट आए
मेरी खुशियों के मेगा उमड़ आए
आपकी यादें हमेशा आती रहे
वह मेरी आँखें झरना बन जाए
आपकी मीठी बातें
अब ये कान सुनने को तरस जाए
और संसार की सारी बातें अनसुनी बन जाए
साथ आपका छूट चुका है
अब सारे साथी मुझसे रूठ जाए
कहाँ खोजुु आपको
मेरी ज़िंदगी आपकी खोज में निकल जाए
दिल तड़पता है हर पल मेरा
अब ये दिल पत्थर बन जाए
हर पल यह महसूस होता है
आपके जाने के बाद
लेखक
प्रदीप कुमार नागरवाल
ग्राम पोस्ट बांस को तहसील बस्सी जिला जयपुर