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11 Dec 2016 · 1 min read

आपकी मुस्कान से हमें प्रेरणा मिली है

शुक्रिया, कि आपकी मुस्कान से हमें प्रेरणा मिली है,
पर आपके इस तरह मुँह फेर लेने से भारी वेदना मिली है।

अब तो हमारी व्यर्थ की बातें भी कविता हो गयीं,
हमें अपने हर बोल में जैसे आपकी ही वन्दना मिली है।

जो पल आपकी याद में बिताए हैं हमने,
उन पलों में एक गहन साधना मिली है।

जाने क्या प्रभाव हुआ उस एक नज़र का,
मन को रूह तक पवित्र करती एक भावना मिली है।

————- शैंकी भाटिया
सितम्बर 24, 2016

Language: Hindi
205 Views
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