आने वाला 2022( नववर्ष की शुभकामनाएं वाली कविता)
आने वाला 2022
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नेतलाल यादव ।
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ईश्वर से है प्रार्थना
स्वजनों की जिंदगी कटे हर्ष में
मन में हो जो आशा
पूरी हो आगामी वर्ष में
फिर मिलो तो
गालों के रंगत में
गुलाबी हो
आपके होठों पर भी
बिखरता मुसकान हो
कदमों में
इतराने की आहट हो
हाथ मिलाने में
नया गरमाहट हो
चाहे होटल, जंगल
स्कूल या नदी के पुल में
पर दिल ऐसे मिलाओ
जैसे बचपन वाली धूल में
न नौकरी का अंतर
न कपडों का अंतर
न जाति का अंतर
न कोई भेदभाव
बडा निर्मल स्वभाव
आपस में झकडकर
शाम तक मिल जाते थे
मैं उसके घर में खाता
वो मेरे घर में खाते थे
खत्म हुई, सारी चीजें
इसी बात की टीस है
भाईचारे की बात हो
आने वाला दो हजार बाईस है ।।
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नेतलाल प्रसाद यादव ।
चरघरा ,नावडीह ,जमुआ गिरिडीह (झारखंड)