आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से पर
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से परे जा सके, ऊर्जा को रूपांतरण करके शरीर मन के बीच एक संतुलन बना सके, एक स्थिरता ला सके। तभी हम जीवन के सभी आयाम को समझ सकते हैं।
~ रविकेश झा