आधुनिक परिभाषायें
मित्रता की आँड़ में जो शत्रुवत व्यवहार करे
असली मित्र वह ही कहाता है कलियुग में
सत्पथ से हटाके ध्यान कुपथ दिखाये सदा
असली शुभचिंतक कहाता है कलियुग में
धर्म अधर्म में जो भेद जानता ही नहीं
असली उपदेशक कहाता है कलियुग में
तैंतिस कोटि देवों को बताये तैंतिस करोड़
असली सनातनी कहाता है कलियुग में
़़़़़़ अशोक मिश्र