आधार छंद सुरसरि
आधार छन्द- सुरसरि (मापनीयुक्त वर्णिक)
वर्णिक मापनी- गागाल ललल गालल ललगा (12 वर्ण)
पिंगल सूत्र- त न भ स
ध्रुव शब्द- ह्रदय (छन्द में कहीं भी आ सकता है)
22 1 111 21 1 112
भाये भ्रमर गुँजार #हृदय में।
काहे! बढ़त विकार सदय में।।
देखो पतझड़ शुष्क सिहरता
छाये घन बन रार विकट रे!
गाऊँ किशन मुरार भजन मैं।
डूबी नटवर ध्यान धरन में।।
कान्हा मन मुरली बन बजती,
मैं हूँ गिरिधर श्याम शरण में।
नीलम शर्मा ✍️