आदरणीय मंच,
आदरणीय मंच,
मेरा एकल काव्यसंग्रह “मन मानस”आपके प्रकाशन द्वारा 21 जुलाई 2024 को प्रकाशित हुआ था। उसकी प्रतियां तथा प्रशस्ति पत्र मुझे प्राप्त हो चुका है। मेरी दरख्वास्त है की उस काव्य संग्रह की मुझे पीडीएफ फॉर्मेट में प्रत चाहिए थी। यह प्रत मुझे एक जगह प्रतियोगिता में भेजनी थी। अगर मुझे ये प्राप्त हुई तो मैं मंच का शुक्रगुजार रहूंगा।
धन्यवाद
मंदार गांगल “मानस”