आदमी को आदमी से प्यार हो।
धर्म की न जाति की तकरार हो
नस्ल का उड़ता नहीं अंगार हो,
एक नई दुनिया बना ऐसी विधाता
जहाँ आदमी को आदमी से प्यार हो।
अनिल मिश्र प्रहरी।
धर्म की न जाति की तकरार हो
नस्ल का उड़ता नहीं अंगार हो,
एक नई दुनिया बना ऐसी विधाता
जहाँ आदमी को आदमी से प्यार हो।
अनिल मिश्र प्रहरी।