आदत की नही दवाई है
शीशे में सच्चाई है,
आदत की नही दवाई है।
घोर निराशा छाई है,
असफलता दुखदाई है।
हरदम ठोकर खाई है,
पैरों पर फटी बवाई है।
कोई नहीं सहाई है,
भगवान् तुम्हारी दुहाई है।
शीशे में सच्चाई है,
आदत की नही दवाई है।
घोर निराशा छाई है,
असफलता दुखदाई है।
हरदम ठोकर खाई है,
पैरों पर फटी बवाई है।
कोई नहीं सहाई है,
भगवान् तुम्हारी दुहाई है।