आत्मसम्मान की कमी
क्या है वह औरत
एक मांस का लोथड़ा ही तो है
न दिल उसके पास
न उसमें भरा
किसी के लिए कोई प्यार
फिर क्या दीवानगी,
क्या पागलपन,
क्या बेचारगी है कि
एक कुत्ते की तरह
जिस्म को उसके
तू दिन रात चाटता है
सच में
आत्मसम्मान नाम की चीज की
एक बहुत बड़ी
कमी है
तुझमें।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001