आत्मविश्वास
समय कितना भी विपरीत हो,
हौसले बुलंद होने चाहिए।
भाग्य भले ही साथ दे या न दे,
मन में विजय की आस होनी चाहिए।
जीवन में कितना भी तूफा आए,
कश्ती किनारे पार होनी चाहिए।
यदि मामला संगीन हो जाए,
तो उसकी गहरी छानबीन होनी चाहिए।
पड़ोसी साथ दे या न दे,
समाज में प्रतिष्ठित नाम होना चाहिए।
जीवन में भले ही सुख – दुख बना हो। मरने के बाद अपनी एक पहचान होनी चाहिए।
अनामिका तिवारी” अन्नपूर्णा “✍️✍️