Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2021 · 1 min read

आत्मबोध

हम पर प्रहार करने वालो
अब दाँव नहीं चलने वाला
रख दिया पाँव जो मग में अब
वह पाँव नहीं हिलने वाला
जिनको खुद का ही बोध नहीं
सिखलाते हमको आत्मबोध
जो घाव दिया तुमने अब तक
वह घाव नहीं भरने वाला
क्या है भारत क्या है संस्कृति
यह हमें सिखाओ मत अब तुम
अपनी संस्कृति से ओतप्रोत
मैं घूम रहा बन मतवाला || –
— अशोक मिश्र

Language: Hindi
260 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मेरे दिल में आ जाना*
*मेरे दिल में आ जाना*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
पूर्वार्थ
चलो हम सब मतदान करें
चलो हम सब मतदान करें
Sonam Puneet Dubey
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिल
दिल
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कुछ इस तरह से खेला
कुछ इस तरह से खेला
Dheerja Sharma
धारा छंद 29 मात्रा , मापनी मुक्त मात्रिक छंद , 15 - 14 , यति गाल , पदांत गा
धारा छंद 29 मात्रा , मापनी मुक्त मात्रिक छंद , 15 - 14 , यति गाल , पदांत गा
Subhash Singhai
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
.........,
.........,
शेखर सिंह
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
"ममतामयी मिनीमाता"
Dr. Kishan tandon kranti
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
A last warning
A last warning
Bindesh kumar jha
डगर जिंदगी की
डगर जिंदगी की
Monika Yadav (Rachina)
आतंकवाद को जड़ से मिटा दो
आतंकवाद को जड़ से मिटा दो
gurudeenverma198
■ बे-मन की बात।।
■ बे-मन की बात।।
*प्रणय प्रभात*
Unveiling the Unseen: Paranormal Activities and Scientific Investigations
Unveiling the Unseen: Paranormal Activities and Scientific Investigations
Shyam Sundar Subramanian
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
shabina. Naaz
जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान।
जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
"अमर रहे गणतंत्र" (26 जनवरी 2024 पर विशेष)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
तुम्ही ने दर्द दिया है,तुम्ही दवा देना
तुम्ही ने दर्द दिया है,तुम्ही दवा देना
Ram Krishan Rastogi
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
बसंत आने पर क्या
बसंत आने पर क्या
Surinder blackpen
Loading...