आत्मनिर्भर
आत्मनिर्भर
मुझसे बड़ा आत्मनिर्भर
कौन होगा
मैं नहीं रहा निर्भर
धर्म पर
धर्म स्थलों पर
धर्म ग्रंथों पर
मैं नहीं रहा निर्भर
राजाओं पर
उनके दरबारों पर
तमाम सरकारों पर
मैं नहीं रहा निर्भर
बाजार पर
व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर
धार्मिक, राजनैतिक व व्यापारिक
सभी प्रतिष्ठान
रहे निर्भर
मुझ पर
मेरी सेवा पर
मैं रहा सदैव आत्मनिर्भर
-विनोद सिल्ला