आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
देखते ही ये खूबसूरत चहेरा तकदीर बन जाती है !
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ख्याहिश न कोई बाकि रह जाती तुम्हे पाकर अब,
जहां पड़े कदम तेरे जन्नत ऐ कश्मीर बन जाती है !!
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स्वरचित -मौलिक : डी के निवातिया