Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2024 · 1 min read

“आतिशे-इश्क़” ग़ज़ल

बात निकलेगी तो फिर, दूर तलक जाएगी,
उनके कानों मेँ भी, कभी तो भनक जाएगी।

मेरे अल्फ़ाज़ से, आती है उन्हीं की ख़ुशबू,
लिखूँ ग़ज़ल अगर, तो वो भी, महक जाएगी।

सुना है, जागते हैं, वो भी, देर तक शब को,
चूड़ियों की, मिरे घर तक भी, खनक जाएगी।

क्या हुआ फाड़ जो देते हैं वो, मिरे ख़त को,
हवा के सँग, मिरे भावों की, सनद जाएगी।

अपनी पहचान, छुपा जाऊँगा चलते-चलते,
रहगुज़र ख़ुद ही वर्ना, राह भटक जाएगी।

लब न छू जाएँ नदी से, मैं जब पियूँ पानी,
मुझे है डर, कि कहीं वो भी बहक जाएगी।

आज बुलबुल भी कुछ ख़ामोश सी दिखी क्यूँ है,
मिरे अशआर, जो सुन ले, तो चहक जाएगी l

नाम उनका, नहीं लाऊँगा, लबों पर वर्ना,
जहान भर को, ये भी बात, खटक जाएगी l

उनसे कह दो कि गुफ़्तगू कभी कर लें “आशा”,
आतिशे-इश्क़ भी सीने मेँ, दहक जाएगी।

आतिशे-इश्क़ # प्रेमाग्नि, fire of love

##———–##———–##———-

Language: Hindi
5 Likes · 5 Comments · 183 Views
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all

You may also like these posts

3193.*पूर्णिका*
3193.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी
नारी
Arvina
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
राजनीति की गरमी
राजनीति की गरमी
Acharya Rama Nand Mandal
“मंजर”
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुस्कुराओ मगर इशारा नहीं करना
मुस्कुराओ मगर इशारा नहीं करना
Arjun Bhaskar
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
"सूखा सावन"
राकेश चौरसिया
- मेरी कविता पढ़ रही होगी -
- मेरी कविता पढ़ रही होगी -
bharat gehlot
Life
Life
Neelam Sharma
" मजबूरी "
Dr. Kishan tandon kranti
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
ruby kumari
इंसांं
इंसांं
Shyam Sundar Subramanian
जब कभी हमको सोचते होंगे ।
जब कभी हमको सोचते होंगे ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
Subhash Singhai
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
Sushila joshi
विनती
विनती
Kanchan Khanna
चाय
चाय
Rambali Mishra
धरा दिवाकर चंद्रमा
धरा दिवाकर चंद्रमा
RAMESH SHARMA
సంస్థ అంటే సేవ
సంస్థ అంటే సేవ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
..
..
*प्रणय*
जय श्री कृष्ण
जय श्री कृष्ण
Neeraj Agarwal
हमारी शाम में ज़िक्र ए बहार था ही नहीं
हमारी शाम में ज़िक्र ए बहार था ही नहीं
Kaushal Kishor Bhatt
रण गमन
रण गमन
Deepesh Dwivedi
‘श...श.. वह सो गई है
‘श...श.. वह सो गई है
आशा शैली
Loading...