आज वापस
आज वापस द्वार दिल के राजरानी भेजना
याद जिसकी रोज आए दिल बसानी भेजना
प्रीत की मल्हार मुझको जो सुनाए रोज हर
जख्म पर मरहम लगाए वो सुहानी भेजना
रोज तेरा डेट देना और वापस लौटना
एकटक हो देखना वो याद जानी भेजना
देख चेहरा जो सलोना चाँद भी शरमा गया
हुस्न से छलकी निशा हमको सुहानी भेजना