आज ये बारिश
1) क्यों है शोर हवाओं में,
बूँदों ने तो बवाल ही मचाया है।
बिजलियों के क्या कहने,
क्षण-क्षण आकर मुझको डराया है।
2) आज ये क्या हुआ मौसम को,
घन है छाये काले-काले।
कभी मेघ डराता मुझको,
कभी बूँदें पास बुलाती मुझको।
कभी बिजलियों से जी घबराता,
कभी छप्प-छप्प करने को मन ललचाता।
#सरितासृजना