Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

माँ

आज मातृ दिवस पर
क्या लिखूं मांँ के लिए?
सोचती हूंँ
मांँ को भी लिखा जा सकता है क्या?
मांँ ने ही तो है खुद मुझे लिखा,
नौ माह गर्भ में रख कर उसने
क्या कुछ नहीं सहा।
सोचती हूंँ,
मांँ के हर एक त्याग को
शब्दों में समेटा जा सकता है क्या?
मेरे पास शायद नहीं हैं वो शब्द
जिनमें मांँ को व्यक्त कर सकूं।
अतः बस प्रणाम है हर मांँ को
‘मांँ’ होने के लिए…

– शाम्भवी शिवओम मिश्रा

614 Views

You may also like these posts

"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
नदी की मुस्कान
नदी की मुस्कान
Satish Srijan
सरकार
सरकार
R D Jangra
विषय
विषय
Rituraj shivem verma
মহাদেবের কবিতা
মহাদেবের কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
सूना आँगन
सूना आँगन
Rambali Mishra
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
आर.एस. 'प्रीतम'
सनातन धर्म।
सनातन धर्म।
Priya princess panwar
उन्होंने प्रेम को नही जाना,
उन्होंने प्रेम को नही जाना,
विनय कुमार करुणे
घुटन
घुटन
शिवम राव मणि
तिनको से बना घर
तिनको से बना घर
Uttirna Dhar
"पथ प्रिय रघुनंदन का"
राकेश चौरसिया
निर्गुण सगुण भेद
निर्गुण सगुण भेद
मनोज कर्ण
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
पड़ताल
पड़ताल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
🙅वंदना समर्थ की🙅
🙅वंदना समर्थ की🙅
*प्रणय*
गज़ल
गज़ल
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
खूब जलेंगे दीप
खूब जलेंगे दीप
surenderpal vaidya
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
शेखर सिंह
मोहन सी प्रीति
मोहन सी प्रीति
Pratibha Pandey
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
Ajad Mandori
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
ओशो रजनीश ~ रविकेश झा
ओशो रजनीश ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गठबंधन की अंतिम शर्त
गठबंधन की अंतिम शर्त
Sudhir srivastava
शासन व्यवस्था।
शासन व्यवस्था।
Sonit Parjapati
हार मैं मानू नहीं
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
2731.*पूर्णिका*
2731.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
Loading...