Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2018 · 1 min read

आज मां तुम बहुत याद आ रही हो

आज मां तुम बहुत याद आ रही हो …
वह बचपन के दिन वो तेरा आंचल..
आंखों में पानी भर जाता है …
मां …तुम बहुत याद आ रही हो..
दुनिया में ऐसा कोई नहीं ..
मां …जो तेरे जैसा हो …
देखती हूं ,जब किसी बच्चे को मां के गले लगते हुए..
सच कहूं ,जान निकल जाती है…
मां …तुम बहुत याद आ रही हो
एक दिन बिन बताए ,घर गई थी…
मां …तुम वहां न मिली थी,
दरवाजे पर ताला देख ,
मां ..न जाने में कितने ख्यालों मैं, खो गई थी…
एक पल में ऐसा लगा कि मैं ,
सारे जहां को खो चुकी हूं ,
मां …
ताला तुम्हारे दरवाजे का ,
और मेरे मन का ताला खोलना..
शब्दों में नहीं कह सकती ,
एक पल का सूनापन सा…
मां ….तुम क्या हो यह कह पाना मुश्किल होगा ..
उस पल में तुमसे ज्यादा ,मुझे वो लोग याद आ रहे थे,
जिनके पास उनकी मां नहीं होती,
मां …तुम मुझे बहुत याद आ रही हो …
मां …तुम मुझे बहुत याद आ रही हो||

Language: Hindi
3 Likes · 6 Comments · 284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
स्पर्श
स्पर्श
Satish Srijan
तुलसी पूजन(देवउठनी एकादशी)
तुलसी पूजन(देवउठनी एकादशी)
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
3169.*पूर्णिका*
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी....एक सच
नारी....एक सच
Neeraj Agarwal
रूह का रिश्ता
रूह का रिश्ता
Seema gupta,Alwar
"नारियल खोपड़ी से टकराए या खोपड़ी नारियल से, फूटना खोपड़ी को ही
*प्रणय*
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कोई कमी जब होती है इंसान में...
कोई कमी जब होती है इंसान में...
Ajit Kumar "Karn"
"परिस्थिति विपरीत थी ll
पूर्वार्थ
एक पल सुकुन की गहराई
एक पल सुकुन की गहराई
Pratibha Pandey
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
AMRESH KUMAR VERMA
वो मिलकर मौहब्बत में रंग ला रहें हैं ।
वो मिलकर मौहब्बत में रंग ला रहें हैं ।
Phool gufran
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में
एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में
Saraswati Bajpai
"अल्फाज दिल के "
Yogendra Chaturwedi
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़िन्दगी दर्द का
ज़िन्दगी दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
" लेकिन "
Dr. Kishan tandon kranti
आज रविवार है -व्यंग रचना
आज रविवार है -व्यंग रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सड़क
सड़क
SHAMA PARVEEN
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
सत्य कुमार प्रेमी
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जुदाई
जुदाई
Dipak Kumar "Girja"
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
क्या कभी तुमने कहा
क्या कभी तुमने कहा
gurudeenverma198
रहब यदि  संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
Loading...