** आज महिला दिवस है **
वाह क्या बात है आज महिला दिवस है
छद्महस्त नारी का सदा पुरुष पर है
नारी सदा पुरुष मन पर अजर-अमर है
रोज ही नारी का पुरुष पर वर्चस्व है
आज नारी दिवस,आज महिला दिवस है
महिमामंडन महिला मंडल परम् सबल है
कल की अबला आज देखो सबल है
नहीं विकल आज परुष पुरुष विफल है
आज महिला- दिवस कितना सफल है
आकुल व्याकुल मन कितना विकल है
हर साल मनाया हैप्पी वुमेन्स डे फिर
फिर-फिर भुलाया दिवस मनाकर फिर
आता जाता त्यौहार की भांति कल फिर
भेद फिर नर-नारी का अजर अमर है
पुरुष परुष नारी संग कितना सरल है
निकल गंगा हिय-हिमालय चाहे प्रस्तर है
रखता हृदय बिच उसको अपने चाहे उसे
कहे जनाना पुरुष तो पत्थर दिल है
ना जाने कब आये वह दिन जिस दिन
कहे जमाना आज तो पुरुष दिवस है
मातृ शक्ति नमन सृष्टि को करे चमन
नमन?नमन आज महिला दिवस है ।।
?मधुप बैरागी