Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2017 · 1 min read

**आज भी तुझको याद करता हूँ**

****गज़ल****

आज भी तुझको याद करता हूँ
हर घड़ी इंतजार करता हूँ

देखने को भी आज तुझको में
हर घड़ी बेकरार रहता हूँ

क्या बीती मुझपे तेरे जाने के बाद
तूने मुड़कर भी न ली ख़ैर मेरी

आज भी तुझको याद करता हूँ
हर घर इंतजार करता हूँ

करके दस्तक कोई देगा पैगाम
नजरें ढूंढे तुझे झरोखों से आज

तेरी खुशबू है फैली महफिल में
रस्ते-रास्ते पे निगाह ठहरी है

आज भी तुझको याद करता हूँ
हर घड़ी इंतजार करता हूँ

किया है रुसवा तूने आज मुझे महफिल में
आने का वादा किया न आके तोड़ा उसे

किस से शिकवे करूँ शिकायत मैं
तूने नीलाम सरेआम आज मुझको किया

आज भी तुझको याद करता हूँ
हर घड़ी इंतजार करता हूँ ।

1 Like · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"अतीत"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत..
गीत..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
ruby kumari
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
Rj Anand Prajapati
(मुक्तक) जऱ-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
(मुक्तक) जऱ-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
दिलों के खेल
दिलों के खेल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैंने आज तक किसी के
मैंने आज तक किसी के
*Author प्रणय प्रभात*
आप हरते हो संताप
आप हरते हो संताप
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*मन का समंदर*
*मन का समंदर*
Sûrëkhâ Rãthí
हमने यूं ही नहीं मुड़ने का फैसला किया था
हमने यूं ही नहीं मुड़ने का फैसला किया था
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-429💐
💐प्रेम कौतुक-429💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*
*"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"*
Shashi kala vyas
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
हम दो अंजाने
हम दो अंजाने
Kavita Chouhan
2838.*पूर्णिका*
2838.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बात
बात
Shyam Sundar Subramanian
दिल ए तकलीफ़
दिल ए तकलीफ़
Dr fauzia Naseem shad
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
The_dk_poetry
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
मासूमियत की हत्या से आहत
मासूमियत की हत्या से आहत
Sanjay ' शून्य'
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आखिरी वक्त में
आखिरी वक्त में
Harminder Kaur
बंधे धागे प्रेम के तो
बंधे धागे प्रेम के तो
shabina. Naaz
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
DrLakshman Jha Parimal
बदली बारिश बुंद से
बदली बारिश बुंद से
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सुनी चेतना की नहीं,
सुनी चेतना की नहीं,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
Vansh Agarwal
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Ritu Asooja
Loading...