आज फिर तुम सामने आ गए
आज फिर तुम सामने आ गए।
गुजरे लम्हों के पल याद आ गए।।
क्या हसीन मुलाकाते थी हमारी
कसक फिर से जगा गए।।
अब न दूर जाना हमसे।
कह दिया है हमने तुमसे।।
जब नहीं होते हो साथ हमारे।
अकेलेपन से हम उकता गए।।
प्यार हो तुम ही हमारा।
बिन तुम्हारे कौन सहारा।।
मिट जाए अब यह फासले।
सावन के दिन जो आ गए।।
न जाना साजन अब दूर कभी।
दिवस मास लगते हमें सदी।।
जी नहीं पाते तुम्हारे बिना।
प्यारे पल अनुनय फिर से पा गए ।।
राजेश व्यास अनुनय