आज देर रात तक
आज देर रात तक तेरे गुड नाईट के इंतजार में जागता रहा,
मूंदी नम आंखो से मोबाइल की स्क्रीन को ताकता रहा।
ये कहकर कि सो गया होगा तू मनाया मैने मेरे मन को,
मन मुझसे दूर और मैं मन से दूर सारी रात भागता रहा।
कोई खता अगर हुयी हो तो बता देता मुझको मेरे दोस्त,
मैं रात भर चाँद से तुझको मनाने की भीख माँगता रहा।
लडते झगड़ते खुद से और मन से थककर सो तो गया,
मैने आँखे तो बंद कर ली पर मन सारी रात जागता रहा।
आज नहीं तो कल बोलकर गुड नाइट सुला देगा मन को,
यहीं बात कहकर मैं मेरे मन को सारी रात डांटता रहा।
आज देर रात तक तेरे गुड नाइट के इंतजार में जागता रहा,
मूंदी नम आँखो से मोबाइल की स्क्रीन ताकता रहा।
#Maheshkumarbose #BekhudAnurag