आज तस्वीर से बात की
आज तस्वीर से बात की
अपनी उस हीर से बात की/1
क्यों मयस्सर नहीं वो मुझे
रूठी तकदीर से बात की/2
ज़ख्म सीने में क्यों कर गया
नज़रों के तीर से बात की/3
बांध दे जो हमें साथ में
ऐसी जंजीर से बात की/4
कर न पाया वो इनकार फिर
इतनी तदबीर से बात की/5
उनसे मिलकर अब ऐसा लगे
जैसे ताबीर से बात की/6
ज़िंदगी में अंधेरा मिटे
रोज तनवीर से बात की/7
रूखा सा लगता था जो मुझे
उसने तौकीर से बात की/8
तदबीर- युक्ति
ताबीर- सपने सच होना
तनवीर- प्रकाश
तौकीर- आदर