आज डरी है भारत माता (चौपाई छंद)
आज डरी है भारत माता
कौन निभाए ऐसे नाता
कैसे मन विश्वास करेगा
वर्दी पर अब नाज करेगा
जब है वर्दी कोई पाता
जात धरम है सब मिट जाता
भारत मां का लाल कहाता
कभी नहीं वो पीठ दिखाता
समझा था जिसको रखवाला
डाका आज उसी ने डाला
खाकी को ही ढाल बनाया
भारत मां का शीश झुकाया
वर्दी को बदनाम किया है
ऐसा इसने काम किया है
इस कायर को पैसा भाया
जिसके खातिर खून बहाया
आतंकी का था रखवाला
ऐसा पूत भला क्यों पाला
मन ही मन है माता रोती
आज न मैं शर्मिंदा होती
आज “जटा” ने है धिक्कारा
ये है भारत देश हमारा
गद्दारों की खैर नहीं है
हमें किसी से बैर नही है
जटाशंकर “जटा”
१७-०१-२०२०