Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2024 · 1 min read

आज जो तुम तन्हा हो,

आज जो तुम तन्हा हो,
और कुछ नहीं, ये सिला है…
मुझे तुमसे मिली तन्हाई का।

33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

Sp55 वतन पे मिटना/ जिंदगी की परिधि
Sp55 वतन पे मिटना/ जिंदगी की परिधि
Manoj Shrivastava
मैं मासूम
मैं मासूम "परिंदा" हूँ..!!
पंकज परिंदा
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
Ranjeet kumar patre
ସାର୍ଥକ ଜୀବନ ସୁତ୍ର
ସାର୍ଥକ ଜୀବନ ସୁତ୍ର
Bidyadhar Mantry
दर्द तड़प जख्म और आँसू
दर्द तड़प जख्म और आँसू
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बुंदेली दोहा- गरे गौ (भाग-1)
बुंदेली दोहा- गरे गौ (भाग-1)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*** मन बावरा है....! ***
*** मन बावरा है....! ***
VEDANTA PATEL
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
अरविंद भारद्वाज
संवेदना
संवेदना
Shalini Mishra Tiwari
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
रेखा कापसे
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
एक
एक
*प्रणय*
सफलता तीन चीजे मांगती है :
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
आईना देख
आईना देख
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
वेयरहाउस में सड़ गया
वेयरहाउस में सड़ गया
Dhirendra Singh
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
आज का दौर
आज का दौर
Shyam Sundar Subramanian
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
पिताजी की बाते
पिताजी की बाते
Kaviraag
तू राह है मेरी
तू राह है मेरी
Shinde Poonam
I've washed my hands of you
I've washed my hands of you
पूर्वार्थ
रक्तदान ही महादान
रक्तदान ही महादान
Anil Kumar Mishra
4853.*पूर्णिका*
4853.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
Dr MusafiR BaithA
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Shashi Mahajan
नारी
नारी
अनिल "आदर्श"
शानदार सड़क भोजन
शानदार सड़क भोजन
Otteri Selvakumar
ज़िंदगी में एक बार रोना भी जरूरी है
ज़िंदगी में एक बार रोना भी जरूरी है
Jitendra Chhonkar
Loading...