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5 Oct 2024 · 1 min read

आज जगा लें अंतःकरण।

आज जगा लें अंतःकरण।
यही सत्य का नव जागरण।।
बस नारी का सम्मान कर,
रखो शुद्ध अपना आचरण।।

— ननकी 05/10/2024

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