आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
कहीं बादल कहीं बरसात हुआ करती है।।
आज के दौर में आशिक का भरोसा क्या है।
आज शादी कल तलाक हुआ करते हैं।।
Phool gufran
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
कहीं बादल कहीं बरसात हुआ करती है।।
आज के दौर में आशिक का भरोसा क्या है।
आज शादी कल तलाक हुआ करते हैं।।
Phool gufran