Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2020 · 1 min read

आज के दोहे

पर धन की इच्छा कभी,नहीं करो जी आप।
पर धन की इच्छा सदा, होता है जी पाप।।१२२।।

जो कुछ धन है आपका, वही रहेगा साथ।
पर धन तो टिकता नहीं,खाली रहता हाथ।।१२३।।

श्रम की रोटी में सदा, रहती खूब मिठास।
मन को मिलती शांति है,उर में रहे उजास।।१२४।।

काम करे जो नीति की,होती जय जयकार।
ईश्वर भी देते उन्हें, अपना प्यार दुलार।।१२५।।

Language: Hindi
1 Like · 8 Comments · 566 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
"इस्तिफ़सार" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हक़ीक़त ये अपनी जगह है
हक़ीक़त ये अपनी जगह है
Dr fauzia Naseem shad
*गोल- गोल*
*गोल- गोल*
Dushyant Kumar
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
ज्ञान~
ज्ञान~
दिनेश एल० "जैहिंद"
यादें
यादें
Versha Varshney
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दोस्त मेरे यार तेरी दोस्ती का आभार
दोस्त मेरे यार तेरी दोस्ती का आभार
Anil chobisa
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
सत्य कुमार प्रेमी
गजब है सादगी उनकी
गजब है सादगी उनकी
sushil sarna
शीर्षक - स्वप्न
शीर्षक - स्वप्न
Neeraj Agarwal
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
Vinit kumar
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राही
राही
RAKESH RAKESH
बात है तो क्या बात है,
बात है तो क्या बात है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
#विभाजन_दिवस
#विभाजन_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
बेशर्मी
बेशर्मी
Sanjay ' शून्य'
हर पल
हर पल
Neelam Sharma
सबूत ना बचे कुछ
सबूत ना बचे कुछ
Dr. Kishan tandon kranti
आओ बैठो पियो पानी🌿🇮🇳🌷
आओ बैठो पियो पानी🌿🇮🇳🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
कवि रमेशराज
अलविदा
अलविदा
ruby kumari
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
2314.पूर्णिका
2314.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
युवा दिवस
युवा दिवस
Tushar Jagawat
Loading...