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29 May 2021 · 1 min read

आज के ज़माने में .

गिरते हुए को कोई उठता नहीं ।
डूबते हुए को कोई बचाता नहीं।
रोते हुए को ढाढस बंधाता नहीं ।
उदास हो यदि कोई बहलाता नहीं ।
रूठे हुए को भी कोई मनाता नहीं ।
बहुत अधिक व्यस्त है भाई साहब !
आज के ज़माने में लोग ,
कोई मर जाए तो देखने भी आता नहीं।

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 300 Views
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