Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2022 · 1 min read

आज की लड़की

मेरी ज़िंदगी
मेरा फ़ैसला!
क्यों मानूं मैं
तेरा फ़ैसला!!
किसी तरह की
ज़्यादती अब!
तोड़ नहीं सकती
मेरा हौसला!!
#feminist #नारीवाद #स्त्रीविमर्श
#औरत #Girls #poetry #शायरी

Language: Hindi
Tag: शेर
207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आपके आसपास
आपके आसपास
Dr.Rashmi Mishra
पंछी
पंछी
sushil sarna
*बाढ़*
*बाढ़*
Dr. Priya Gupta
हम जितने ही सहज होगें,
हम जितने ही सहज होगें,
लक्ष्मी सिंह
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
gurudeenverma198
चिड़िया चली गगन आंकने
चिड़िया चली गगन आंकने
AMRESH KUMAR VERMA
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
Neeraj Naveed
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
Minakshi
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
गीत
गीत
Shiva Awasthi
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
Radha jha
2660.*पूर्णिका*
2660.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
8--🌸और फिर 🌸
8--🌸और फिर 🌸
Mahima shukla
उजियार
उजियार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
सत्य कुमार प्रेमी
एक आंसू
एक आंसू
Surinder blackpen
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
Sanjay ' शून्य'
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
Phool gufran
मुहब्बत
मुहब्बत
Pratibha Pandey
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
Amit Pathak
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
शोभा कुमारी
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
कवि दीपक बवेजा
बसंत बहार
बसंत बहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr Shweta sood
Loading...