आज की महाभारत
धृतराष्ट्र संजय से पूछता है,
संजय अधर्मियों ने छल के सहारे लेकर,
इंटरनेट बंद कर दिया है.
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फिर भी संजय बताओ,
कुछ अपने विवेक से,
कुछ तो बताओ ???
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महाराज जनता और दरबारी,
आमने सामने खडे हैं,
लोकतंत्र यानि पितामह भीष्म,
दरबारियों के सामने लाचार
महसूस कर रहे है.
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संवैधानिक अधिकार से दूर ले जा कर.
उनमें फूट डाली जा रही है.
व्यवस्था के नाम पर अधर्म की स्थापना
मानसिक रूप से विक्षिप्तता पैदा कर रही है.
शेष जारी रहेगा…
विशेष:- जनता और प्रशासन आमने सामने