आज की प्रस्तुति – भाग #2
मैं खयालों की दुनिया में जीना चाहता हूं,
जहां ख्वाब होते देश मेरे और सपने होते मुल्क मेरे,
ख्वाहिशों का धुआं ना होता भरा ज़ेहन में,
ना चाहतों से बेरौशन वो जहां होते,
बस एक दोस्त होता जिंदगी भर के लिए,
जिंदगी भर की एक दोस्ती होती।
मैं ऐसे ही एक ख्वाब में जीना चाहता हूं।
~ रचयिता – राजीव भाई घुमंतू
निवास – कलकत्ता, भारत
संपर्क सूत्र – 9062681467 (whatsaap)