आज की पीढ़ी
बुरा है आज की पीढ़ी का हाल
नासमझ अनजान हैं ये
मान-अपमान का ना जाने अन्तर,
करते माता पिता की अवहेलना
पहुँचाते उन्हें दुख घनघोर
बुरा है आज की पीढ़ी का हाल,
पाल-पोसकर बड़ा किया जिस जन ने
उन्ही का इक पल मे कर देते अपमान
बुरा है आज की पीढ़ी का हाल,
बचपन से की जिसने हर ज़िद पूरी
उन्ही के साथ करते ये विश्वासघात
बुरा है आज की पीढ़ी का हाल,
अजीब है रिश्ते नाते जग में
क्यूँ पीड़ा देते ये रक्त संबंध
बुरा है आज की पीढ़ी का हाल I
: कुशाग्र,