आज का ही तो वह दिन था ___ गीत
❤️❤️❤️आज का ही तो वह दिन था ❤️❤️❤️
तेरे मेरे घर वालों ने, रिश्ता अपना कुबूल किया।
हम दोनों का हो गठबन्धन,विधि ने भी मंजूर किया।
आज का ही तो वह दिन था,अपना हुआ मिलन था।।
सजा हुआ था तेरा घर बार,आया था मै तेरे द्वार।
हमने एक दूजे को पहनाए, महकते हुए फूलों के हार ।
मिला सबका आशीर्वचन था,अपना नया जनम था।।
आज का ही तो वह दिन था,अपना हुआ मिलन था।।
तब से लेकर आज तलक हम,संग संग जीते आए।
सुख में इतराए कभी नहीं, न ही दुख में घबराए।।
वही किया हमने हवन था,साथ साथ में लिया वचन था।।
आज का ही तो वह दिन था, अपना हुआ मिलन था।।
राजेश व्यास अनुनय