आज का सत्य
Hey…!!
Listen dear…!!
I know मेरी आज की बात काफी लोगों को चुभेगी लेकिन ये काफी हद तक आज के दौर की सच्चाई है ..!
पहले के जमाने में औरतों को पर्दे में रखा जाता था , अच्छा किया जाता था , क्योंकि वो अपनी मर्यादा अपनी इज्जत बचाना जानती थी ..!
और आज की date में nudity is the next way getting for poultry . And talking about sex , talking about intimacy is the new turm of the defining love , कि अगर वो आपसे प्यार करता हैं तो इंटीमेसी में वो एक दम अच्छा होना चाहिए ..!
पहले के जमाने में ऐसा नहीं होता था इसलिए रिश्ते चलते थे , आजकल के लोगों को इंटीमेसी भी चाहिए , प्रापर्टी भी चाहिए , पैसा भी चाहिए, lifestyle भी चाहिए , popularity भी चाहिए all over सबकुछ चाहिए और रिश्ता सबसे बाद में ..!
उनका जो रिश्ते का सुकून है ना ये होता है कि यार वो चीजें तो मैं single रह कर भी कर लूंगा/ लूंगी but मेरे पास friends with benefits भी होने चाहिए , मेरे hope के planes भी होना चाहिए …!
आकांक्षाएं और स्वार्थ high है और यही morden thinking आजादी के नाम पर रिश्ते में दूरियां बढ़ाने का कारण बन रही है , लिव इन रिलेशनशिप जैसी चीजों को बढ़ावा दे रही है…!!