कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
मेरी जो बात उस पर बड़ी नागवार गुज़री होगी,
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*बुढ़ापे का असर है यह, बिना जो बात अड़ते हो 【 हिंदी गजल/गीतिक
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
दिल आइना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर