आज का प्यार
आज का प्यार
पता नहीं इस दुनिया को क्या हो गया
मां बाप भाई बहन सब जुदा हो गया
यह कैसा प्यार हो गया
भाई बहन की रक्षा करता आज दिखाई नहीं देता
रक्षाबंधन पर बहन को भाई अब दिखाई नहीं देता
यह कैसा प्यार हो गया
बेटा बाप से दूर हो गया बेटी मां से दूर हो गई
बहन भाई का प्यार था जो वह आज सारी दुनिया खो गई यह कैसा प्यार हो गया
दोस्ती भी नहीं आज इतनी खास कि निभा सके
दुश्मनी भी इतने नहीं खास कि आज निभा सके
पता नहीं इस दुनिया को क्या हो गया
यह कैसा प्यार हो गया
सारी दुनिया में आज प्यार की अहमियत इतनी नहीं रही
जो भाई-बहन मां बाप ने हुआ करती वह नहीं रही
पता नहीं इस देश को इस दुनिया को क्या हो गया
यह कैसा प्यार हो गया
जो खास अपने हैं वह आज दूर होते दिखाई दे रहे
जो दूर है वह आज अपने होते दिखाई दे रहे
यह कैसा प्यार है ए दुनिया वालो
यह कैसा प्यार है ए दुनिया वालो
यह कैसा प्यार है ज़रा खोल के बता दो
यह कैसा प्यार है
©
खान मनजीत भावड़िया मजीद (मनजीत सिंह)
अंशकालिक अध्यापक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
9671504409