आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
माँ को मोम, पिता को डेड बताने वाले हैं,
अब हमारे सारे काम, मोबाइल के हवाले है,
महंगाई की मार से, सबके बड़े दिवाले हैं,
टमाटर के भाव अब, आसमान छूनेवाले है,
आज कल के लोग बड़े निराले है।
बड़े घरों को छोड़, अब घर भी डिब्बेवाले हैं,
रिश्ते हो गए दिखावटी, नहीं पुराने वाले हैं,
नेताओं और अभिनेताओं के तेवर बड़े निराले हैं,
स्वारथ के इस रंगमंच पर, करतब दिखाने वाले हैं,
आज कल के लोग बड़े निराले हैं।।