युवा वर्ग
? ? ? ?
युवा वर्ग तो आज कल, झूठा करें प्रपोज।
बदले कपड़ों की तरह,अपना साथी रोज।। १।
युवा वर्ग में आज कल, पागलपन की होड़।
संस्कारों को भूलकर, होती अंधी दौड़।। २।
खेद, आप समझे नहीं, नासमझी का कोढ़।
गड्ढे में खुद जा गिरे, क्यों मृगतृष्णा ओढ़।।३।
युवा आज का हो गया, क्यों इतना कमजोर।
चला गया जाने किधर, इसका सारा जोर।। ४
युवा वर्ग में भर रहा, असंतोष का भाव।
धर्म-कर्म को त्याग कर, दिशा हीन भटकाव।। ५
युवा वर्ग है रोड पर, लेकर डिग्री आज।
अनपढ़ नेता कर रहे, सिंघासन पर राज।। ६
निराश होकर भटकते, युवा शक्ति को भाँप।
स्वप्न दिखा कर डँस रहा, राजनीति का साँप।। ८
पंख कटे पंछी बना, युवा शक्ति है कैद।
राह नजर आता नहीं, मिले न कोई वैद।। ९
युवा शब्द में ऊर्जा , ताकत का भंडार ।
हिम्मत से आगे बढ़ो, क्यों बैठे मन मार।। १ ०
? ? ? ? -लक्ष्मी सिंह ? ☺