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25 Nov 2023 · 1 min read

आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,

आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,
हर आदमी अपनी राह पर निकल रहा है।

जिस जिस को भी थाम कर चल रहा था,
अब वो भी अपनी राह बदल रहा है।

कुमार दीपक “मणि”

1 Like · 225 Views
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