आजादी
देख देख भारत की आजादी याद रखेंगे कुर्बानी
नमन कर शहीदों को आंखों में भर आता पानी।
मिली आजादी जिनकी बदौलत हमारी भारतमाता को
चुका न पाएंगे ऋण उनका हमने बात है ये जानी।
लगा दी जान की बाजी जिन्होंने अपने देश की खातिर
अपनी परवाह न की कभी बात किसी की न मानी।
कैसे मिली आजादी हमें क्या तुम जानते हो युवाओं
खून पसीना बहा बहुत है क्या बात कभी है तुमने जानी।
कायम रखने का भार इसको अब है तुम्हारे कंधो पर
फिर न जाने क्या भार उठाने की है तुमने ठानी।
देश हमारा सर्वोपरि है जान हमारी से बढकर है
लिखते अपने देश के लिए हैं नहीं ये ऐसी वैसी कहानी।
01082017