आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव
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आजादी का अमृत महोत्सव,भारत भू महकाएगा।
सबके घर में आज तिरंगा,लहर-लहर लहराएगा।
शौर्य दिखाया खूब रणों में,बरछी भाला तीरों ने।
प्राणों की बलिदानी देकर,आजादी दी वीरों ने।
भारत भू में हर बालक को,स्वभिमान ही प्यारा है।
इसलिए प्राणों से प्यारा, पुण्य त्रिरँग हमारा है।
शांति त्याग का,हरियाली का,सबमें भाव जगाएगा।
सबके घर में आज तिरंगा,लहर-लहर लहराएगा।
मुकुट हिमालय की चोटी है,सागर पाँव पखारा है।
गुरुताई में इस भारत से,पूर्ण जगत ही हारा है।
धर्म सनातन अमर हमारा,पावन हर परिपाटी है।
जिसको हम जननी कहते है,चंदन जैसी माटी है।
सीमा पर जो वीर खड़ा वह,अरिदल मार भगाएगा।
सबके घर में आज तिरंगा,लहर-लहर लहराएगा।★★★★★★★★★★★★★★★★★★
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर” ✍️✍️✍️