*नमन सेल्युलर जेल, मिली जिससे आजादी (कुंडलिया)*
नमन सेल्युलर जेल, मिली जिससे आजादी (कुंडलिया)
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आजादी को हो गए, शुभ पिचहत्तर वर्ष
जन-जन में उत्साह है, भरा अपरिमित हर्ष
भरा अपरिमित हर्ष, तिरंगा सबको भाता
हर घर पर यह उच्च, गगन छूता फहराता
कहते रवि कविराय, नमन वीरों की खादी
नमन सेल्युलर जेल, मिली जिससे आजादी
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सेल्युलर जेल = काला पानी की सजा क्रांतिवीरों को सेल्यूलर जेल में कष्ट सहन करके दी जाती थी
खादी = गॉंधी जी के नेतृत्व में अहिंसा के पथ का वरण करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों की राष्ट्रवादी अभिव्यक्ति
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451