* आजाओ कन्हैया *
* आजाओ कन्हैया *
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी ,
नारी यहाँ द्वौपती बनी
तुम्हारी नाम रही पुकारी
आज द्वयोधन और दुशासन की
संख्या बढ़ रही है भाड़ी ,
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी ,
काल यमन को लोग यहाँ बुलाए
अपनी सभ्यता संस्कृती मिटाए
घर की ईज्जत बेच कर
लूट रहें वाह-वही ,
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी ,
ऋषि-मुनि ना रहें यहाँ
ना रहें साधु-सन्यासी
छल-प्रपंच का पहरा यहाँ पर
धर्म के नाम पर बने लोग व्यापारी ,
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी ,
सरकार घोटालो में लिप्त है
प्रशासन भी उस में संलिप्त है
जमीर लोगों ने बेच दिया
अब देश बेचने की बरी ,
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी ,
नर नर ना रहा
ना रही नारी नारी
कर्म-धर्म सब भूले लोग
कलयुग से कर रहे यारी ,
आजाओ कन्हैया हमरी नगरियाँ में
पाप बढ़ी है भाड़ी
आजाओ कृष्ण मुरारी।
प्रस्तुतकर्ता -नरेन्द्र कुमार